बीटेक पाठ्यक्रम में लागू हुआ मॉडल कैरिकुलम
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् की अनुशंसा पर आउट कम बेस्ड एजुकेशन की अनुपालना में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि ने बीटेक पाठ्यक्रम में माडल कैरिकुलम लागू करने का फैसला किया गया है| एआईसीटीई का माडल कैरिकुलम 2018 बैच के बीटेक पाठ्यक्रम से लागू किया गया है|
अब माडल कैरिकुलम लागू हो जाने के बाद अंतिम सेमेस्टर की पूरी पढ़ाई छात्र – छात्राएं मूक्स के माध्यम से ऑनलाइन कर सकेंगे| आठवें सेमेस्टर में ट्रेनिंग, इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए छात्र-छात्राओं को क्लास उपस्थिति की अनिवार्यता से मुक्त करने के लिए माडल कैरीकुलम को लागू करने का फैसला किया गया है| प्लेसमेंट और गेट आदि की तैयारी के कारण भी छात्रों को क्लास अटेंडेंट्स में समस्या उत्पन्न होती थी। मूक्स के माध्यम से अब छात्रों को इस समस्या से निजात मिलेगी।
इसके साथ प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के अंत में भी इन्टर्नशिप का प्रावधान किया गया है| प्रथम वर्षं में 3 से 4 सप्ताह की इन्टर्नशिप एवं द्वितीय वर्ष में 4 से 5 सप्ताह की इन्टर्नशिप को शामिल किया गया है| जबकि पहले से लागू तृतीय वर्ष में 4 से 6 सप्ताह की इन्टर्नशिप के प्रावधान को यथा लागू रखा गया है|
डीन यूजी प्रो विनीत कंसल ने बताया कि माडल कैरिकुलम विवि के समस्त संस्थानों में लागू किया जा रहा है। माडल कैरिकुलम लागू होने के बाद छात्र-छात्राएं अंतिम सेमेस्टर में स्वरोजगार, रोजगार एवं प्रोडक्ट ओरिएंटेड ट्रेनिंग में सहभाग करके अपने कौशल का विकास कर सकेंगे|
विवि के कुलपति प्रो पाठक ने कहा कि माडल कैरिकुलम लागू होने से एनबीए एक्रिडेशन भी आसान हो जाएगा| साथ ही कौशल विकास के लिए भी मार्ग प्रशस्त हो सकेगा|